₹1500 में फर्जी कार्ड बना रहे थे ऑडियो भी वायरल हो रहा है।
मेरठ में ₹1500 में फर्जी तरीके से आयुष्मान कार्ड बनाने वाले रैकेट का ऑडियो सामने आने की बात प्रशासन में हलचल मच गई। आधार कार्ड में नाम देख कर दूसरे जिले में लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड पोर्टल पर खोल लेते हैं। अगर केवाईसी नहीं हुआ तो सामान नाम वाले की फोटो लगाकर आयुष्मान कार्ड बना देते हैं जो फर्जी होता है। 2021 में सांची के पास शिक़ायत भेजी गई थी लेकिन वहां के अधिकारी से टालते रहे। मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य और सएमओ की ओर से फर्जी कार्ड बनाने बालों पर एफआईआर दर्ज करने की पहल करने के बाद सांची जांच करने में शुरू हुई ।