शराब आपसे लेकर के शवाब तक की आदी है, हाथरस वाले भोले बाबा । current News|| bole baba
अपने आश्रम में नहीं आने देता है किसी गांव के व्यक्ति को क्योंकि इस बाबा को लगता की खुल जाएगी इसकी पोल ।
हाथरस में भगदड़ में मरने वालों की संख्या 121 पहुंच गई है. . पुलिस ने इस हादसे को लेकर मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है. इस बीच बाबा के आश्रम में रहने वाले रंजीत सिंह नाम के एक चश्मदीद ने भोले बाबा को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. रंजीत सिंह के अनुसार भोले बाबा के पास कोई विशेष शक्ति नहीं है वो सिर्फ अपने पास विशेष शक्ति होने का ढोंग करता है।
रंजीत सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मेरे पापा इनके आश्रम में 15 साल रहे हैं। भोले बाबा का जहां गांव है हम वहीं से हैं. मेरा बचपन उसी गांव में गुजरा है. बाबा के पिताजी नन्हें बाबू थे, जो किसानी करते थे। पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाद बाबा ने सत्संग का ढोंग रचाकर पहले अपने एजेंट तैयार किए. एजेंट इकट्ठा करने के बाद बाबा ने उनको पैस दिया. इसके बाद यहां लोग आने शुरू हुए. ये एजेंटों को पैसे देकर ये कहलवाता था कि उनको बाबा की ऊंगली पर चक्र दिख रहा है. जैसे बाबा बोलते थे उनके एजेंट वैसे ही बोलते थे. ऐजेंट बाबा के हाथ में बाबा चक्र तो कभी हाथ में त्रिशूल दिखने की बात करके जनता को भ्रमित करते थे।
हाथरस में भगदड़ में मरने वालों की संख्या 121 पहुंच गई है. . पुलिस ने इस हादसे को लेकर मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है. इस बीच बाबा के आश्रम में रहने वाले रंजीत सिंह नाम के एक चश्मदीद ने भोले बाबा को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. रंजीत सिंह के अनुसार भोले बाबा के पास कोई विशेष शक्ति नहीं है वो सिर्फ अपने पास विशेष शक्ति होने का ढोंग करता है।
रंजीत सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मेरे पापा इनके आश्रम में 15 साल रहे हैं। भोले बाबा का जहां गांव है हम वहीं से हैं. मेरा बचपन उसी गांव में गुजरा है. बाबा के पिताजी नन्हें बाबू थे, जो किसानी करते थे। पुलिस की नौकरी छोड़ने के बाद बाबा ने सत्संग का ढोंग रचाकर पहले अपने एजेंट तैयार किए. एजेंट इकट्ठा करने के बाद बाबा ने उनको पैस दिया. इसके बाद यहां लोग आने शुरू हुए. ये एजेंटों को पैसे देकर ये कहलवाता था कि उनको बाबा की ऊंगली पर चक्र दिख रहा है. जैसे बाबा बोलते थे उनके एजेंट वैसे ही बोलते थे. ऐजेंट बाबा के हाथ में बाबा चक्र तो कभी हाथ में त्रिशूल दिखने की बात करके जनता को भ्रमित करते थे।
एजेन्टों से करता था अपना गुड़गान
रंजीत ने मीडियासे बातया की बाबा अपनी एजेंट देश के विभिन्न राज्यों में बाबा जैसे एजेंट वैसा ही करते थे। बाबा अपनी एजेंट को दूसरे राज्य में बीच का सत्संग आयोजित करने लगा। बाबा की एजेंट भोलीभाली जनता को बड़े-बड़े गणगान बताकर भ्रमित करने लगे।
अभय निर्माण कर रखा है बाबा ने
बाबाने एजेंटों के जरिए लोगों में एक झूठ फैलाया और भोले भले लोग झूठ को सच मानकर बाबा के सत्संग में जुटने लगे । बाबा के एजेंट बाबा कि किसी भी बात को सच साबित कर देते थे। जिसका फायदा बाबा ने उठा करके गांव में अवैधनिर्माण करवा है।
दूसरों के नाम पर खरीदी है गाड़ीयां
इस झूठे बाबा के पास इतनी गाड़ियां जिनकी गिनती भी नहीं है यह सारी गाड़ियां बाबा ने दूसरोंके नाम पर खरीदी है। इस बाबा की अपने नाम पर कोई गाड़ी नहीं है । बाबा के एजेंटो ने भ्रम फैलाकर मशहूर किया है।
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| हाथरस काण्ड |

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