शास्त्रों के अनुसार शंख के मध्य में वरुण देव, पृष्ठ में ब्रम्हा जी, और अग्र मी सरस्वती जी का वास होता है, कहते हैं कि जिस घर में शंख होता है उसमें लक्ष्मी जी निवास करती हैं। मकर शंकर कहां रखा जाए, किस दिशा में रखा जए और पूजा करते वक्त आपको कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए आज हम इस आर्टिकल में पढ़ेंगे।
हमें शंख को कहां और कैसे रखना चाहिए ?
- हमें शंख को हमेशा पूजा स्थल पर उत्तर - पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में रखा जाना चाहिए सही दिशा मी शंख रखने पर घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
- शंकर में देवताओं का वास होता है इसलिए इसका मुख हमेशा ऊपर की ओर रखना चाहिए, ऐसा करने से शंख से निवाली वाली सकारात्मक ऊर्जा पूरे घर में फैलती है।
- शंख बजाने की बात इसका शुद्धिकरण जरूरी होता है। इसलिए इसके लिए एक कटोरे मैं गंगाजल और सादा पानी लेकर शंकर को डुबोकर निकले इसके बाद इसे साफ कपड़े से पूछ कर मंदिर में पुनः स्थापित करें।
शंख को विष्णु भगवान केसाथ जोड़ा जाता है। शंख का हिंदू धर्म में एक विशेष महत्व ह। पूजा-पाठ शंकु को बजाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता हैं । जिस घर में बुरी शक्तियों का नाश होता है तथा घर में सुख समृद्धि आती हैं। शंकर को रक्षा कवच के रूप में भी माना जता है । जो कि परिवार की संकटों से रक्षा करता है।
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